घीया या लौकी का जूस कैसे बनाएं

 


                                               घीया या लौकी का जूस कैसे बनाएं


 बीमारियों से बचने के लिए हमें लौकी के जूस का  सेवन करना चाहिए ।आजकल हर कोई बीमारियों से दूर रहना चाहता है इसलिए हमने कभी करेला तो कभी एलोवेरा के जूस को हमारी दिनचर्या का हिस्सा बना दिया है। ये दोनों जूस बीमारियों से हमारी रक्षा करते है, परन्तु इसके साथ ही लौकी का जूस भी हमारे शरीर को नई ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए आज की इस पोस्ट में हम आपके साथ लौकी का जूस बनाने की रेसिपी शेयर कर रहें है। इस जूस को बनाते समय कई बातों का ध्यान रखना होता है जो पोस्ट में दिए हुए है। आप इस रेसिपी तो जरूर ट्राई करें। लौकी का जूस बनाना शुरू करते है-

लौकी का जूस बनाने की सामग्री। एक लौकी

दो इंच अदरक का टुकड़ा

आधा नींबू

धनिया पत्ता

पुदीना पत्ता

लौकी का जूस बनाने की विधि – 

सबसे पहले हम लौकी को धो लेंगे, ताकि उसके ऊपर लगी धूल साफ हो जाए। फिर हम लौकी को ऊपर से छील लेंगे।

कई बार लौकी कड़वी होती है इसलिए पहले लौकी का एक छोटा-सा टुकड़ा लें और उसे टेस्ट करके चैक कर लें कि कहीं लौकी कड़वी तो नहीं। कड़वी लौकी सेेहत के लिए नुकसानदायक होती है।

फिर लौकी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अगर लौकी कच्ची है तो बीज निकालने की कोई जरूरत नहीं है। परन्तु अगर लौकी के बीज पके हुए है तो बीज को पहले निकाल दें और फिर लौकी को काटें।

अब हम एक मिक्सी जार लेंगे और उसमें लौकी, पुदीना के पत्ते, धनिया, अदरक, नींबू का रस और एक चुटकी काला नमक डाल देंगे।

साथ ही हम इसमें आधा गिलास पानी भी डाल देंगे और मिक्सी को चलाकर इसका जूस बना लेंगे।

जूस बनाने के बाद हम इसे गिलास में सर्व करेंगे।

इन बातों का रखें ध्यान – 

इस जूस को बनाते समय बहुत सी ऐसे चीजें होती है, जिसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है जैसे कुछ लोग लौकी के जूस को स्वादिष्ट बनाने के लिए करेला, गाजर या फिर टमाटर जैसी सब्जियों का इस्तेमाल करते है।

लौकी के जूस के साथ किसी भी सब्जी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे शरीर पर बुरा असर भी पड़ सकता है।

अगर आपको लौकी के जूस का स्वाद बढ़ाना ही है तो आप इसमें अदरक, नींबू, धनिया या फिर पुदीना जैसी सब्जियाँ इस्तेमाल कर सकते है, परन्तु इसके अलावा नहीं।

लौकी को छिलने के बाद उसे नहीं धोना चाहिए क्योंकि इससे लौकी के गुण पानी के साथ चले जाते है।

अगर आपको लौकी का जूस आधे या एक घंटे बाद पीना है और आपके लौकी पहले ही काट ली है तो आप लौकी को पानी में भिगोकर रख दीजिए। इससे लौकी काली नहीं होगी और जब आप जूस बना रहें हो तब इसी पानी का इस्तेमाल कर लें।

अगर आपको जूस पीने में कड़वा लगता है तो आप इसे न पीएं क्योंकि जब लौकी कड़वी होती है तब जूस भी कड़वा ही बनता है।

जूस को बनाने के बाद इसे छानना नहीं है क्योंकि लौकी में ऐसे गुण होते है जिसकी वजह से हमें भूख कम लगती है और उससे वजन कम होता है।

जिस समय आप जूस बनाएं उसी समय जूस को पी लें। यानी जूस बनाने के बाद इतंजार बिल्कुल भी न करें।

लौकी के जूस के फायदे – 

इस जूस का सेवन करने से केलौरी और फैट कम हो जाता है जिससे वजन कम होता है।

लौकी का जूस पीने से त्वचा संबंधित बीमारियों से राहत मिलती है।

रोज सुबह लौकी का जूस पीने से कब्ज में फायदा होता है।

लौकी के जूस में पोटैशियम पाया जाता है जिससे ब्लड प्रशेर कंट्रोल रहता है।

जंक फूड खाने से आमतौर लीवर में सूजन आ जाती है, इससे बचने के लिए लौकी का जूस बहुत फायदा देता है।


लौकी का लौकी का कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है हमें 2 या 3 दिन में एक बार अवश्य इसका सेवन करना चाहिए  हमारा शरीर निरोग रहेगा और हम बीमारियों से बचे रहेंगे


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पपीता के फायदे।

पपीता के फायदे। सुबह-सुबह खाली पेट एक कटोरी पपीता खाने के फायदे जान दंग रह जाएंगे आप,  पपीता शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व देता है. आपको सुबह ...

health tips